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नई दिल्ली
पश्चिम बंगाल की भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को उप-चुनाव होने हैं। इससे पहले गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने चुनाव आयोग को 2 चिट्ठियां लिखी। पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि कोलकाता पुलिस भवानीपुर उप-चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशी को चुनाव प्रचार नहीं करने दे रही है। बीजेपी का यह भी आरोप है कि कोलकाता पुलिस प्रदेश अध्यक्ष को डोर-टू-डोर कैंपेन करने से भी रोक रही है। भगवा पार्टी के सांसद स्वप्न दासगुप्ता और सजल घोष ने अलग-अलग चिट्ठियां लिखी हैं। यह दोनों ही नेता भवानीपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रियंका टिबरेवाल के चीफ इलेक्शन एजेंट हैं। दोनों नेताओं ने शहर की पुलिस पर गंभीर इल्जाम लगाए हैं और कहा कि बिना किसी उचित वजह उन्हें कैंपेन करने से रोका जा रहा है। इस खत में दावा किया गया है कि पुलिस टिबरेवाल और पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांता मजूमदार को डोर-टू-डोर प्रचार करने से रोक रही है। इनका कहना है कि प्रचार के वक्त कोविड-19 प्रोटोकॉल और धारा 144 सहित अन्य नियमों का पालन बखूबी किया जा रहा है।
इस खत में कहा गया है कि असंवैधानिक और अप्रजातांत्रिक तरीके से कोलकाता पुलिस ने हमारे प्रत्याशी को हरीश चटर्जी स्ट्रीट में प्रचार करने से रोका है। हम एक जिम्मेदार नागरिक हैं। हम सुरक्षा संबंधी सभी नियमों का पालन कर रहे थे और उसके बाद हमने इस गली में घुसने की कोशिश की थी लेकिन हमें नहीं जाने दिया गया। दासगुप्ता ने यह खत लिखा है जिसपर पार्टी के एक अन्य नेता शिशिर बाजोरिया ने भी हस्ताक्षर किये हैं। इस खत में कहा गया है, 'हमारी मांग है कि इन अधिकारियों को तुरंत चुनाव ड्यूटी से हटा दिया जाए। हमने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि वो इस मामले में आगे की कार्रवाई करें।' खत में कहा गया है कि उनके प्रत्याशी को दोबारा उस इलाके में जाने की अनुमति दी जाए। सजल घोष ने अपने खत में आरोप लगाया है कि कालीघाट इलाके में तैनात पुलिसकर्मी तृणमूल कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं। टिबरेवाल ने इससे पहले मंगलवार को चुनाव आयोग को खत लिख कर आरोप लगाया था कि ममता बनर्जी के निर्देश पर उन्हें डोर-टू-डोर कैंपेन करने से रोका जा रहा है।
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