Tuesday, 7 September 2021

EPFO जारी कर सकता है ब्याज की रकम- दिवाली से पहले 6 करोड़ से अधिक लोगों के खाते में आएंगे पैसे

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नई दिल्ली
त्योहारी सीजन से पहले कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) अपने 6 करोड़ अंशधारकों (सदस्यों) को खुश होने का मौका देने वाला है। दरअसल, ईपीएफओ दिवाली से पहले वित्त वर्ष 2020-21 का ब्याज अंशधारकों के खाते में जमा करने की तैयारी में है। सरकार के दो शीर्ष अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।

अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय कर्मचारियों को महंगाई भत्‍ता और पेंशनर्स को महंगाई राहत से मिल जाएगा। एक अधिकारी ने कहा कि ईपीएफओ के केंद्रीय बोर्ड ने ब्याज में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है और रिटायरमेंट फंड मैनेजर ने वित्त मंत्रालय की मंजूरी मांगी है। जल्द ही इसे मंजूरी मिलने की उम्मीद है। हालांकि, कुछ लोगों का तर्क है कि वित्त मंत्रालय की मंजूरी सिर्फ प्रोटोकॉल का मामला है, ईपीएफओ इसकी मंजूरी के बिना ब्याज दर को क्रेडिट नहीं कर सकता है। दूसरे अधिकारी ने कहा, पिछले डेढ़ साल वेतनभोगी वर्ग सहित मजदूर वर्ग के लिए कठिन रहे। अब दिवाली तक अपेक्षित भुगतान से उनका मूड खुश हो जाएगा। बोर्ड ने वित्त वर्ष 2021 के लिए 8.5% भुगतान की सिफारिश की थी। जब ब्याज के बारे में निर्णय किए गए, तो सभी कारकों को ध्यान में रखा गया।

ईपीएफओ ने पिछले वित्त वर्ष में लगभग 70,300 करोड़ रुपये की आय का अनुमान लगाया है, जिसमें उसके शेयर निवेश के एक हिस्से को बेचने से लगभग 4,000 करोड़ रुपए शामिल हैं। 2020 में कोविड-19 के प्रकोप के बाद ईपीएफओ ने मार्च 2020 में पीएफ ब्याज दर को घटाकर 8.5 फीसदी कर दिया था, जो पिछले सात वर्षों में यह सबसे कम है। बता दें वित्त वर्ष 2018-19 में ब्याज दर 8.65 फीसदी था, हालांकि वित्त वर्ष 2017-18 में यह महज 8.55 फीसदी ही था, जबकि वित्त वर्ष 2019-20 के लिए यह 8.5 फीसदी है। ईपीएफओ सदस्य इस ब्‍याज का काफी दिनों से इंतजार कर रहे थे। अब ईपीएफओ हरकत में आया था। उल्लेखनीय है कि कोरोना काल वेतनभोगी वर्ग के लिए बहुत ही कठीन रहा है। अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए लाखों लोगों ने पीएफ से निकासी की है। ऐसे में यह खबर उनको सुकून देने वाली होगी।

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